तिरुमला में दोषों को दूर करने और भक्तों के लाभ के लिए शुद्धिकरण शांति होम संपन्न Shanti Homam

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तिरुमला: लड्डू प्रसादम और नैवेद्यम की गुणवत्ता के बारे में उपजी आशंकाओं और गलतफहमियों को दूर करने के लिए सोमवार को तिरुमला (Tirumala) में शांति होम (Shanti Homam) का आयोजन किया गया। तिरुमला तिरुपति देवस्‍थानं (TTD) प्रबंधन द्वारा मंदिर की यज्ञशाला में वैखानस आगम के सिद्धांतों के अनुसार शुद्धिकरण अनुष्ठान किया गया, ताकि बुरे प्रभावों को दूर कर लड्डू प्रसादम और अन्य नैवेद्यम की पवित्रता को पुनर्प्रतिष्ठित किया जा सके और साथ ही श्रीवारी भक्तों का कल्‍याण हो।

अनुष्‍ठान पूरा होने के बाद टीटीडी ईओ जे श्यामला राव और अतिरिक्त ईओ सीएच वेंकैया चौधरी ने मंदिर के बाहर मीडिया से कहा कि पवित्र अनुष्ठान एक पाप-मुक्ति‍ अनुष्ठान था। इसके अंतर्गत ऋत्विकों द्वारा वास्तु शुद्धि, कुंभजला संप्रोक्षण किया गया। उन्‍होंने कहा कि भक्त लड्डू प्रसादम और नैवेद्यम की गुणवत्ता के बारे में अपनी आशंकाओं और गलतफहमियों का शमन कर सकते हैं।

बाद में मंदिर के मुख्य पुजारियों में से एक वेणुगोपाल दीक्षितुलु और आगम सलाहकार मोहनरंगाचार्युलु ने धार्मिक अनुष्ठानों की शृंखला पर जानकारी देते हुए कहा कि सुबह 6 बजे से 10 बजे तक यज्ञशाला में संकल्पम, विश्वक्सेना आराधना, पुण्याहवचनम, वास्तु होम, कुंभ प्रतिष्ठा, पंचगव्य आराधना की गई। पूर्णाहुति के बाद कुंभ प्रोक्षण किया गया और विशेष नैवेद्यम अर्पित किया गया। अब से, लड्डू प्रसादम और नैवेद्यम दोषों से मुक्त हैं।

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उन्होंने कहा, शाम 6 बजे श्रीवारी भक्त अपने घर में दीपाराधना करते समय क्षमा मंत्रों का जाप करेंगे और ओम नमो नारायणाय, ओम नमो भगवते वासुदेवाय और ओम नमो वेंकटेशाय का जाप करेंगे।

अन्य लोगों में जेईओ वीरब्रह्मम, मंदिर के डीईईओ लोकनाथम, प्रधान अर्चक गोविंदराज दीक्षितुलु, कृष्णसेशाचला दीक्षितुलु, आगम सलाहकार रामकृष्ण दीक्षितुलु, सीताराम दीक्षितुलु, वेद पारायणमदार, ऋत्विक और अन्य लोग भी उपस्थित थे।