श्रीवारी हुंडी Srivari Hundi के लिए ऑनलाइन दान की व्यवस्था के बारे में जानें
तिरुमला में भगवान श्रीवेंकटेश्वर के दर्शन करने वाले श्रद्धालु मुक्त हस्त से दान भी करते हैं। श्रीवारी हुंडी (Srivari Hundi) के माध्यम से दान की प्रथा है। तिरुपति बालाजी मंदिर को दुनिया के सबसे अमीर मंदिर होने का गौरव प्राप्त है। हर साल करोड़ों रुपए का दान मंदिर को मिलता है। अब श्रद्धालुओं को बिना तिरुमला गए भी श्रीवारी हुंडी Srivari Hundi में दान करने की सुविधा उपलब्ध है। ऑनलाइन दान करने के लिए श्रद्धालु टीटीडी की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ऐसा कर सकते हैं।
श्रीवारी हुंडी (Srivari Hundi) के बारे में मान्यता
भगवान वेंकटेश्वर स्वामी के दर्शन करने के बाद, श्रद्धालु श्रीवारी हुंडी (Srivari Hundi) में भगवान को अपना प्रसाद जमा करते हैं। इस श्रीवारी हुंडी (Srivari Hundi) को न केवल तिरुमला तिरुपति देवस्थानम के अधिकारियों द्वारा बल्कि जियार द्वारा सीलिंग मोम से सील कर दिया जाता है। (Srivari Hundi) को खोलते समय अधिकारी यह सत्यापित करते हैं कि मुहरें ठीक हैं या नहीं। ऐसा माना जाता है कि इस श्रीवारी हुंडी के नीचे एक श्री चक्र रखा जाता है और इसलिए देवता को प्रसाद के रूप में बहुत धन प्राप्त होता है।
ई हुंडी e Hundi के माध्यम से दान करने की जानकारी
आंध्र प्रदेश सरकार की वेबसाइट पर e Hundi के जरिये दान करने के लिए यहां जाएं https://tirupatibalaji.ap.gov.in/#/ehundi
यह ई हुंडी का आधिकारिक लिंक है लेकिन https://tirupatibalajimandir.com किसी भी बाहरी लिंक के सुरक्षित होने की गारंटी नहीं देता है। कृपया स्वविवेक से सब कुछ जांचने के बाद लेन-देन करें।
एक दिन में श्रीवारी हुंडी (Srivari Hundi) की एक दिन में आय का रेकॉर्ड
तिरुपति बालाजी मंदिर (Tirupati Balaji Mandir) dh श्रीवारी हुंडी (Srivari Hundi) में 4 July 2022 को सबसे ज्यादा दान संग्रहित हुआ था। उस रोज श्रीवारी हुंडी (Srivari Hundi) में 6 करोड़ रुपए से ज्यादा रकम प्राप्त हुई. तिरुमला तिरुपति देवस्थानम के इतिहास में यह एक रेकॉर्ड था. 4 July 2022 को श्रीवारी हुंडी (Srivari Hundi) की आय 6.18 करोड़ रुपए दर्ज की गई. तिरुमला तिरुपति देवास्थानम (TTD) के अनुसार स्वामी की हुंडी आय पहली बार 6 करोड़ के पार हुई है।