Brahmotsavam के दौरान केवल Sarva Darshanam, सारे विशेष दर्शन निरस्‍त रहेंगे

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तिरुमला. tirupati blaji mandir में आगामी 27 सितंबर से 5 अक्टूबर के बीच होने वाले वार्षिक ब्रह्मोत्सव (Brahmotsavam) के दौरान टीटीडी ने सभी विशेषाधिकार प्राप्त दर्शन रद्द कर दिए हैं। TTD के EO एवी धर्म रेड्डी ने कहा कि ऐसा तिरुमला आने वाले आम तीर्थयात्रियों को प्राथमिकता देने के उद्देश्य से किया गया है।

TTD ने ब्रह्मोत्सव के दौरान निरस्‍त किए ये सभी दर्शन के प्रारूप

कोविड महामारी के कारण Tirumal Tirupati Devsthanam (TTD) ट्रस्‍ट दो साल बाद इस मेगा धार्मिक उत्सव का सार्वजनिक आयोजन कर रहा है। देश भर से तीर्थयात्रियों की भारी आमद का अनुमान है। इसे ध्यान में रखते हुए TTD ने इन नौ दिनों के दौरान 300 रुपए वाले Special Entry Darshan, VIP ब्रेक (स्वयं प्रोटोकॉल VIP को छोड़कर), श्रीवानी ट्रस्ट, दानदाताओं, शारीरिक रूप से विकलांग और वरिष्ठ नागरिकों, NRI, शिशुओं आदि सहित दर्शन के अन्य सभी प्रारूपों को रद्द करने का निर्णय लिया है। ब्रह्मोत्‍सव (Brahmotsavam) के दौरान केवल सर्वदर्शन (Sarva Darshanam) की अनुमति होगी।

तिरुमला में Brahmotsavam की कुछ विशेष तिथियां

वार्षिक ब्रह्मोत्सव (Brahmotsavam) के दौरान महत्वपूर्ण आयेाजन 27 सितंबर को ध्वजारोहणम, 1 अक्टूबर गरुड़ सेवा, 2 अक्टूबर स्वर्णरथम, 4 अक्टूबर रथोत्सव, 5 अक्टूबर चक्र स्नानम मनाया जाएगा। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाइएस जगनमोहन रेड्डी 27 सितंबर को Brahmotsavam के पहले दिन राज्य सरकार की ओर से रेशम के वस्त्र भेंट करेंगे।

Brahmotsavam के दौरान गरुड़ सेवा 1 अक्टूबर को

TTD के EO एवी धर्म रेड्डी के अनुसार इस वर्ष सबसे महत्वपूर्ण वाहनम, गरुड़ सेवा 1 अक्टूबर, शनिवार को होगी, जो पुरत्तासी मास के दौरान तीसरा शनिवार भी है, इसे विशेष रूप से तमिल तीर्थयात्रियों के लिए शुभ माना जाता है। इसलिए हम उस दिन काफी बड़ी संख्या में भक्तों की उम्मीद कर रहे हैं और हमने जिला प्रशासन को इसके लिए तैयार रहने का अनुरोध किया है।

ऐसे होंगे Brahmotsavam के लिए इंतजाम

टीटीडी के सभी विभागों विशेष रूप से तिरुमला को अतिरिक्त प्रयास करने और Mega Event का सुचारू संचालन सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया गया है, जिसमें लड्डू का बफर स्टॉक बनाए रखना, अन्नप्रसादम प्रदान करना, बिजली की निरंतर आपूर्ति, सभी लंबित कार्यों को निर्धारित समय से पहले पूरा करना, परिसर को स्वच्छ रखना शामिल है। वाहनों के लिए अलग पार्किंग, जिला पुलिस के समन्वय में सतर्कता और सुरक्षा व्यवस्था, आवास, प्राथमिक चिकित्सा केंद्र और एम्बुलेंस, अद्वितीय सांस्कृतिक कार्यक्रम, विद्युत रोशनी और फूलों की सजावट, 3500 श्रीवारी सेवा स्वयंसेवकों को आमंत्रित करना आदि शामिल है।